भारत एक लोकतांत्रिक देश है। जो संविधान द्वारा बने नियम और कानूनों के अनुसार कार्य करता है। कोर्ट मैरिज करने के लिए भी भारतीय संविधान के अनुरूप कुछ नियम कानून बनायें हैं। जिनको पूरा करने के पश्चात ही कोर्ट मैरिज को कानूनी रूप से मान्यता है। कोर्ट मैरिज करने के लिए भारतीय संविधान ने मैरिज एक्ट 1954 लागू किया है। जो विभिन्न धर्म के स्त्री पुरुष या एक ही धर्म के 18 साल से अधिक आयु की लड़की और 21 साल से अधिक आयु के लड़के की शादी समारोह को मान्यता प्रदान करता है। इस अधिनियम सुप्रीम कोर्ट द्वारा महिला सुरक्षा के लिए 2006 से अनिवार्य कर दिया है।
Court Marriage Application Form PDF
आर्टिकल | Court Marriage Registration Form |
भाषा | हिंदी |
लाभार्थी | भारतीय नागरिक |
उद्देश्य | महिला सुरक्षा |
लाभ | आधिकारिक रूप विवाह को मान्य |
Court Marriage Form | PDF Download |
Conditions of Court Marriage
- महिला या पुरुष कोई भी पहले से विवाहित न हो – दोनों व्यक्तियों में से किसी एक की शादी पहले से हुई हो तो
- विवाह अमान्य माना जायेगा।
- सहमति – वर वधु के स्वेच्छा सहमति से ही विवाह को मान्यता दी जाएगी।
- आयु सीमा- वर वधु की आयु निर्धारित की गई आयु सीमा तक होनी चाहिए। जोकि ना कि 18 वर्ष एवं पुरुष की 21 वर्ष से अधिक हो।
Document Court Marriage
कोर्ट मैरिज करने के लिए दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जिनकी सूचि आपको निम्न प्रकार से हैं –
- दोनों दम्पतियों का पता – जैसे आधार कार्ड, वोटर ID, पेन कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट,ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य कोई आधिकारिक प्रमाण जिसमें आपके निवास का पता हो।
- आयु प्रमाण पत्र- आयु से संबंधित प्रमाण, स्कूल, कॉलेज प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, हेल्थ कार्ड आदि जन्म तिथि से प्रमाणित।
- दम्पतियों की दो – दो पासपोर्ट साइज फोटो तथा गवाहों की फोटो।
- शपत्र।
कोर्ट मैरिज के लिए पात्रता
- महिला की आयु सीमा 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- जबकि पुरुष की आयु 21 वर्ष से अधिक।
- दोनों दम्पतियों में से एक भारतीय मूल का निवासी होना चाहिए।
कोर्ट मैरिज के नियम
भारत के सभी नागरिकों के लिए कोर्ट मैरिज करने का नियम (Court Marriage Rules) एक समान है। जिसके लिए दम्पतियों या वर वधू की आयु सीमा पूर्ण होनी चाहिए। जिसके बाद आपको सबसे पहले रजिस्ट्रार को लिखित नोटिस देना होगा। विवाह आवेदन पत्र भरना होगा।
कोर्ट मैरिज आर्थिक सहायता राशि
सामाजिक जातिगत भेद-भाव को दूर करने के लिए अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन सहायता राशि प्रदान की जाती है। डॉ. अंबेडकर स्कीम फॉर सोशल इंटीग्रेशन थ्रू इंटरकास्ट मैरिज (Dr. Ambedkar Scheme for Social Integration through Intercast Marriage) की 250000 रुपए प्राप्त करने हेतु आपको विवाह के 1 के अंतर्गत आवेदन करना होगा। जिसके लिए आवेदन करने के लिए आप अपने सांसद या विधायक की सिफारिश या जिला प्रशासन के तहत आवेदन करना होगा।